श्रीमद्भगवद्गीता:जीवन-पथ प्रदीपिका - 16
मुख्य अवधारणा: अध्याय “पुरुषोत्तम योग” की अवधारणा पर चर्चा करता है।
मुख्य बिंदु: यह आत्मा, सर्वोच्च आत्मा, और उच्चतम अवस्था प्राप्त करने की प्रक्रिया को समझाता है।
तुलना: पाठ अश्वत्थ वृक्ष के गुणों की आत्मा के गुणों से तुलना करता है।
दार्शनिक अंतर्दृष्टि: यह आत्मा की शाश्वत प्रकृति और इसके भौतिक संसार के साथ संबंध में गहराई से जाता है।
यदि आपको और जानकारी चाहिए या कोई विशेष प्रश्न हैं, तो कृपया बताएं!
मुख्य अवधारणा: अध्याय “पुरुषोत्तम योग” की अवधारणा पर चर्चा करता है।
मुख्य बिंदु: यह आत्मा, सर्वोच्च आत्मा, और उच्चतम अवस्था प्राप्त करने की प्रक्रिया को समझाता है।
तुलना: पाठ अश्वत्थ वृक्ष के गुणों की आत्मा के गुणों से तुलना करता है।
दार्शनिक अंतर्दृष्टि: यह आत्मा की शाश्वत प्रकृति और इसके भौतिक संसार के साथ संबंध में गहराई से जाता है।
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Author | डा० वेद प्रकाश सक्सेना |
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Publication year | 2019 |
Number of Pages | 13 |
Language | Hindi |