श्रीमद्भगवद्गीता:जीवन-पथ प्रदीपिका - 13

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मुख्य विषय: दस्तावेज़ में प्रकृति, मानव, क्षेत्र और क्षेत्रीय ज्ञान की अवधारणाओं पर चर्चा की गई है।
मुख्य बिंदु: यह प्रकृति और मानव के बीच के संबंध, क्षेत्रीय ज्ञान का महत्व, और इन अवधारणाओं को समझने के लाभों का अन्वेषण करता है।
दार्शनिक अंतर्दृष्टि: पाठ प्रकृति और मानव अस्तित्व के दार्शनिक पहलुओं में गहराई से जाता है, सभी चीजों की परस्पर संबद्धता पर जोर देता है।
संदर्भ: दस्तावेज़ में प्राचीन ग्रंथों और दार्शनिक कार्यों के कई संदर्भ शामिल हैं।

मुख्य विषय: दस्तावेज़ में प्रकृति, मानव, क्षेत्र और क्षेत्रीय ज्ञान की अवधारणाओं पर चर्चा की गई है।
मुख्य बिंदु: यह प्रकृति और मानव के बीच के संबंध, क्षेत्रीय ज्ञान का महत्व, और इन अवधारणाओं को समझने के लाभों का अन्वेषण करता है।
दार्शनिक अंतर्दृष्टि: पाठ प्रकृति और मानव अस्तित्व के दार्शनिक पहलुओं में गहराई से जाता है, सभी चीजों की परस्पर संबद्धता पर जोर देता है।
संदर्भ: दस्तावेज़ में प्राचीन ग्रंथों और दार्शनिक कार्यों के कई संदर्भ शामिल हैं।

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Authorडा० वेद प्रकाश सक्सेना
Publication year2019
Number of Pages17
LanguageHindi
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