मुख्य अवधारणा: अध्याय “पुरुषोत्तम योग” की अवधारणा पर चर्चा करता है।
मुख्य बिंदु: यह आत्मा, सर्वोच्च आत्मा, और उच्चतम अवस्था प्राप्त करने की प्रक्रिया को समझाता है।
तुलना: पाठ अश्वत्थ वृक्ष के गुणों की आत्मा के गुणों से तुलना करता है।
दार्शनिक अंतर्दृष्टि: यह आत्मा की शाश्वत प्रकृति और इसके भौतिक संसार के साथ संबंध में गहराई से जाता है।
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श्रीमद्भगवद्गीता:जीवन-पथ प्रदीपिका - 16
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Author | डा० वेद प्रकाश सक्सेना |
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Publication year | 2019 |
Number of Pages | 13 |
Language | Hindi |
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